Arjun Ahluwalia Success Story: आज के दौर में, स्टार्टअप क्रांति भारत की कहानी का एक अभिन्न अंग बन चुके हैं। हर दिन नए विचारों से प्रेरित, युवा उद्यमी नए स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं और अपने सपनों को सच कर रहे हैं। इन स्टार्टअप्स ने विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं, चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, या फिर कृषि।
2017 में शुरू हुआ, जय किसान एक महाराष्ट्र-आधारित ग्रामीण फिनटेक स्टार्टअप है जो भारतीय किसानों के लिए उनकी वित्तीय जरूरतों का एक अनूठा समाधान पेश करके वित्तीय परिदृश्य को बदल रहा है।
Arjun Ahluwalia Success Story
इन स्टार्टअप्स की Success Story प्रेरणादायक हैं। कुछ ही वर्षों में, वे छोटे व्यवसायों से विकसित होकर बड़े उद्योगों में बदल जाते हैं। आज हम इन्ही में से एक Arjun Ahluwalia Success Story के बारे बात करने जा रहे है जो एक छोटे से idea ने 2000 करोड़ की कंपनी का रूप ले लिया है।
Arjun Ahluwalia Founder Of Jai Kisan
जय किसान की स्थापना Arjun Ahluwalia और एड्रियल मानेगो ने ग्रामीण लोगों के लिए पहला पूर्ण और सहज बैंकिंग अनुभव बनाने के उद्देश्य से की थी।
टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय से वित्त में डिग्री के साथ स्नातक होने के बाद, अर्जुन ने शुरू में न्यूयॉर्क में अब्राज ग्रुप के लिए काम किया।
Arjun Ahluwalia Interview
बिजनेसलाइन के साथ एक Interview में, अर्जुन ने कहा, “मैंने देखा कि हमारी घरेलू सहायक पास के एक शोरूम से मोबाइल फोन खरीद रही है और एक निजी वित्तीय सेवा फर्म उसे फाइनेंस कर रही है। इसने हमें सोचने पर मजबूर किया।”
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अर्जुन ने आगे कहा, “हमारी नौकरानी के लिए तो फोन उसकी आमदनी का जरिया नहीं था। पर एक किसान को खाद खरीदने के लिए उधार की जरूरत पड़े, तब क्या? खेत में सामान खरीदते वक्त कोई लोन देने वाला नहीं होता। हमने सोचा यहीं ग्रामीण अर्थव्यवस्था की असली क्षमता को निकाला जा सकता है।”
कैसे हुआ इस Jai Kisan की शुरुआत?
यही सोचकर 27 साल की उम्र में उन्होंने अमेरिका की अपनी नौकरी छोड़ दी और भारत लौट आए। जय किसान शुरू करने से पहले, अर्जुन और उनके सह-संस्थापक, एड्रियल मानीगो, महाराष्ट्र के एक गांव में आठ-नौ महीने रहकर ये समझने की कोशिश में लगे रहे कि उन्हें क्या करना चाहिए और कैसे करना चाहिए।
ग्रामीण लोगों को बैंक से जोड़ना
और इस तरह 2017 में जय किसान की शुरुआत हुई। यह प्लेटफॉर्म डिजिटल और वित्तीय तरीकों का इस्तेमाल करके ग्रामीण लोगों को बैंक से जोड़ता है, ताकि वो गांव के सूदखोरों के चंगुल से बच सकें।
Jai Kisan Business Source
आज, जय किसान मुख्य रूप से किसानों को सुरक्षित और कमाई बढ़ाने वाले लोन देता है, जो ग्रामीण भारत की आबादी का 70% से अधिक हिस्सा हैं और खेती पर निर्भर हैं।
Jai Kisan की प्रमुख विशेषताएं:
- डिजिटल क्रेडिट: किसानों को आसानी से और सुरक्षित तरीके से लोन प्रदान करता है।
- आय-सृजन: लोन का उपयोग करके किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
- सूदखोरों से मुक्ति: किसानों को सूदखोरों के चंगुल से बचाता है।
- ग्रामीण विकास: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में योगदान देता है।
Arjun Ahluwalia NetWorth
जुलाई 2022 में, इस ग्रामीण फिनटेक स्टार्टअप ने अपनी सीरीज़ बी फंडिंग राउंड के पहले चरण में $50 मिलियन का इक्विटी और डेट फंड जुटाया। सूत्रों के अनुसार, इस राउंड में कंपनी का वैल्यूएशन 200−240 मिलियन रहा।
Jai Kisan Business Overview
कंपनी | जय किसान |
---|---|
स्थापना | 2017 |
स्थापक | Arjun Ahluwalia और एड्रियल मानेगो |
मुख्य उद्देश्य | किसानों के लिए वित्तीय सेवाओं के साथ पूर्ण और सहज बैंकिंग अनुभव प्रदान करना |
वेबसाइट | Jai Kisan |
मुख्य विशेषताएं | डिजिटल क्रेडिट – आय-सृजन – सूदखोरों से मुक्ति – ग्रामीण विकास |
प्रमुख फंडिंग राउंड | सीरीज़ बी, $50 मिलियन का इक्विटी और डेट फंडिंग (2022) |
वैल्यूएशन | $200-$240 मिलियन (2022) |
नेटवर्थ | Jai Kisan Networth 2000Cr |
Arjun Ahluwalia Jai Kisan Interview
जय किसान निश्चित रूप से भारतीय किसानों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव है। यह उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है और ग्रामीण भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
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